नई दिल्ली। स्ट्रोक के बाद रक्त का थक्का बनने से रोकने के लिए एक नई वैक्सीन ईजाद कर ली गई है। इससे दूसरी बार स्ट्रोक आने के खतरे को कम किया जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन आने वाले समय में ओरल ब्लड थिनर की जगह ले सकती है। ब्लड थिनर वह दवाएं होती हैं जो नसों और धमनियों में रक्त प्रवाह को सुचारू रखने में मदद करती हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, स्ट्रोक का सामना करने वाले लोगों को खून का थक्का बनने की रोकथाम के लिए दवा खाने की जरूरत होती है। जापान की ओसाका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हिरोनोरी नाकागामी ने कहा कि कई स्ट्रोक रोगी खून पतला करने वाली दवाएं नहीं लेते हैं। चूहों पर किए गए परीक्षण में पाया गया कि यह वैक्सीन रक्तस्राव या ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया के खतरे को बढ़ाए बिना रक्त के थक्के से बचाव कर सकती है।