यौन संबंध बनाते वक्‍त महिलाओं और पुरुषों को कई चीजों पर कोताही बरतने की सख्‍त जरुरत होती हैं। वरना आगे चलकर इसके परिणाम बहुत बुरे हो सकते हैं। खासकर पुरुषों को यौन संबंध बनाते वक्‍त कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए, वरना सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज यानी STD की वजह बन सकती हैं। इन बीमारियों को आम भाषा में यौन रोग या गुप्‍त रोग भी कहते हैं। इन यौन संचारित रोगों की वजह से पुरुषों को कई बीमारियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं पुरुषों में STD होने के कारण और बचाव के बारे में।
असुरक्षित यौन संबंध के वजह

सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज आमतौर पर किसी बैक्टीरियल या वायरल डिजीज से संक्रमित व्‍यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने पर होती हैं। ये यौन संचारित रोग इतनी भयानक होती है कि अगर समय रहते इनका ईलाज नहीं करवाया गया तो ये STD प्राइवेट पार्ट्स से बढ़कर हार्ट, किडनी, लंग्स और लिवर जैसे दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकती हैं और इनसे जान भी जा सकती है।

STD के प्रकार और लक्षण

क्लैमाइडिया – यूरिन में दर्द, खून या पस का डिस्चार्ज होना, टेस्टिकल्स में सूजन

सिफलिस – शुरुआती स्टेज में खुजली, जलन, रैशेज, थकान, गले में खराश, सूजन, सिरदर्द

गोनोरिया – यूरिन करते समय दर्द, ग्रीन, व्हाइट या यलो डिस्चार्ज, टेस्टिकल्स में सूजन

हेपेटाइटिस B – बुखार, जलन, मसल और ज्वाइंट पेन, उल्टी का अहसास, भूख न लगना, पीलिया

ह्यूमन पैपिलोमा वायरस HPV – पेनिस में फुंसियां, सूजन, जलन और दर्द

हर्पीज- खुजली, जलन, फुंसियां, सूजन, भूख न लगना, बुखार, थकान, कमजोरी

STD होने के शुरूआती लक्षण

  • गले में दर्द और सूजन
  • बुखार
  • गंभीर फ्लू जैसे लक्षण
  • अंडकोष में दर्द
  • अंडकोष में सूजन
  • एपिडीडिमिस (epididymis) या उपकोष में सूजन
  • मूत्रमार्ग में संक्रमण
  • घुटनों या जोड़ो में दर्द होना
  • एनल सेक्‍स के बाद दर्द या रक्‍तस्‍त्राव होना
 STD होने की मुख्‍य वजह

– एक से ज्‍यादा पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाने के वजह से STD होने की सम्‍भावना रहती है। क्‍योंकि इससे बैक्‍टीरिया एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलते हैं।

– जो ऐसे पार्टनर के साथ फिजिकल रिलेशन बनाते हैं जिसके कई लोगों से फिजिकल रिलेशन रह चुके है तो बैक्‍टीरिया एक दूसरे के संपर्क में आने की सम्‍भावना रहती हैं।
– कुछ लोग होते हैं जो ज्‍यादा रोमांच के वजह से सेक्‍स के दौरान कंडोम का यूज नहीं करते हैं। इस वजह से भी STD होने की सम्‍भावना रहती हैं।
– आप्राकृतिक तरीके से फिजिकल रिलेशन बनाने की वजह से भी यौन संचारित रोग हो सकते हैं।
STD और STI में फर्क
STI (सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्‍शन) और STD ( सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज ) में फर्क है। असुरक्षित सेक्स के कारण आपको संक्रमण (STI ) या इन्फेक्शन हो सकता है। और इसी इन्फेक्शन के लक्षण यदि आपको दिखने लगें जैसे की लिंग या योनि से असहज रिसाव होना, तो शायद आपको सेक्स संकर्मित बीमारी (STD ) हो गयी है।
तो असल में STI और STD में फर्क सिर्फ इतना है की क्या आपको लक्षण दिखाई दे रहे हैं या नहीं। दोनों ही स्थिति में, यदि इन्फेक्शन हो चुका है तो असुरक्षित सेक्स से आप किसी और व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं।