बनासकांठा। ड्रग डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार की शिकायतें आये दिन सामने आती रहती हैं। अपने निजी स्वार्थ केलिए आम जनता के स्वास्थ्य को ताक पर रखकर कुछ ड्रग इंस्पेक्टर धन लाभ कमाने में मस्त हैं। ऐसा ही एक मामला गुजरात बनासकांठा जिले में सामने आया। राजस्थान ओर पाकिस्तान की सीमा से सटे बनासकांठा में करीब 2350 थोक एवं खुदरा दवा व्यवसाई हैं। सरहदी और काफी बड़ा डिस्ट्रिक्ट होने के बावजूद भी यहां स्थाई रूप से असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर नहीं है। इंचार्ज से ही काम चल रहा है। जिस के चलते ड्रग इंस्पेक्टर के उपर ज्यादा निर्भर है। इसी वजह है कि यहां नियम कानून की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है।
ड्रग एंड कास्मेटिक ऐक्ट की धज्जियां उड़ाते हुए बीना रजिस्टर फार्मासिस्ट के केवल सटिफिकेट किराये पर लेकर धड़ल्ले से दुकानें चल रही है। नियमों कानून को ताक पर रखकर गर्भपात की दवाईयां, कोडिन कफ सिरप और नशे की गोलियां कुछ मेडिकल स्टोर संचालक धड़ल्ले से बेच रहे हैं। जिन पर लगाम कसने के बजाय कुछ ड्रग इंस्पेक्टर अपनी जेबे भरने में लगे हुए हैं और आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालो को नजर अंदाज कर रहे हैं।
कहां तो यहां तक जाता है कि ड्रग इंस्पेक्टर नए लाइसेंस के लिए स्थान विजिट किये बगैर 25000 रूपये लेकर ऑफिस में बैठकर लाइसेंस जारी कर देते है। बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल स्टोर संचालक के लिए सालाना दस हजार रूपए या उससे भी ज्यादा की वसूली का भी सुनने में आया है।
भ्रष्टाचार में लिप्त बनासकांठा जिला मुख्यालय पालनपुर के ड्रग ऑफिस में कार्यरत ड्रग इंस्पेक्टर चित्रांग पटेल विगत दिनों रुटिन चेकिंग में थे। जहां एक मेडिकल स्टोर में कुछ कमियां पाई गई। जिसे नजर अंदाज करने और कार्यवाही नहीं करने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर चित्रांग पटेल ने पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी। जिसके चलते मेडिकल स्टोर संचालक ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का संपर्क किया। जहां ACB PI एएन चौधरी के द्वारा जाल बिछाया गया। जिस में ड्रग इंस्पेक्टर चित्रांग पटेल ओर बिचौलिए एहसान अली दाउद अली ताकोडी को पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया तथा आगे की क़ानूनी प्रक्रिया को करते हुए रिश्वत खोर ड्रग इंस्पेक्टर चित्रांग पटेल को जेल भेजा गया है।
आप को बता दें पकड़ में आये ड्रग इंस्पेक्टर चित्रांग पटेल की गिनती चुने हुए रिश्वत खोर ड्रग इंस्पेक्टरो में की जाती है। ACB की कार्यवाही के चलते ड्रग विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मचा है।