नई दिल्ली। दिल्ली में एक ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है जिसका टाई अप देशभर में अलग-अलग आईवीएफ सेन्टर से था। ये बेटे की चाह रखने वाले दंपत्ति से संपर्क साधते, फिर आईवीएफ सेंटर में भेजते जहां से उनको थाईलैंड, सिंगापुर और दुबई भेजा जाता था। इसके एवज में करीब 8 से 9 लाख रुपए लिए जाते थे। सेंट्रल मिनिस्ट्री, दिल्ली पुलिस के अलावा दिल्ली सरकार के परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस रेड को अंजाम दिया। कीर्ति नगर स्थित आईवीएफ सेन्टर से इस रेड की शुरुआत हुई। फिर यहीं से इसके कॉल सेंटर जो करोल बाग में है, के जरिये चल रहे इस गिरोह तक फर्दाफाश हुअ। इसके बाद टीम ने करोल बाग के कोरिया प्लाजा में चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा। डॉ. नूतन मुंडेजा, निदेशक, परिवार कल्याण मंत्रालय, दिल्ली सरकार ने बताया कि लगभग 300 कर्मचारी इस कॉल सेंटर से उन दंपत्तियों से संपर्क कर रहे थे जो संतान से वंचित थे और बेटे की चाह रखते थे। फैमिली बैलेंसिंग के नाम पर उनको ये सुविधा उपलब्ध करवाते थे। साइबर क्राइम और एफएसएल की टीम के जरिये इनके डेटा तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, ताकि मदद लेने वाले दम्पतियों तक पहुंचा जा सके। देशभर के 100 से आईवीएफ सेंटर्स से कॉल सेंटर चलाने वाली कंपनी इला विमेन ने एमओयू कर रखा था। 8 से 9 लाख की रकम में इला वीमेन का 20 प्रतिशत का हिस्सा होता था। 6 लाख दम्पतियों से कॉल सेंटर के जरिये संपर्क किया गया। बताया जा रहा है कि केवल दिल्ली में 200 दम्पतियों की इन्होंने मदद की है। फिलहाल कॉल सेंटर पर ताला लगा है पर अब साइबर क्राइम की टीम की मदद से ये तमाम लैपटॉप से जानकारी जुटाई जाएगी।