जयपुर : राजस्थान में लंपी के रोकथाम और निगरानी के लिए जिला कलेक्टर के अध्यक्षता में कमीटियां गणित की गई है। यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर सभी जिलों में पशुओं के लम्पी चर्म रोग पर प्रभावी निगरानी के लिए की गई है।
इस समिति में जिला कलेक्टर अध्यक्ष, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला कोषाधिकारी और जिला स्तर पर शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारी सदस्य होंगे। जिला स्तरीय अधिकारी (पशुपालन विभाग) को सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है।
समिति बीमार पशुओं का समय पर इलाज सुनिश्चित करने तथा अन्य कार्यवाही के लिए जिला स्तर पर दर निर्धारण आदि कार्य करेगी।
साथ ही, यह समिति जिला स्तर पर रोग नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, मृत पशुओं का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण, दवाओं के किट बनाने एवं उनकी दर का निर्धारण करने, गौशालाओं एवं पशु गृहों की नियमित साफ-सफाई, बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से पृथक रखने, पशु चिकित्सकों से इलाज कराना आदि सुनिश्चित करेगी।