देहरादून। ड्रग विभाग ने सिडकुल में एक फार्मा कंपनी को लाइसेंस रिन्यूवल कराए बिना दवा का निर्माण करने पर सील कर दिया है। एक अन्य फार्मा कंपनी में भी कमियां पाए जाने पर उत्पादन और सप्लाई पर रोक लगाते हुए दस दिन में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। दोनों कंपनियों में कोविड-19 के सुरक्षा इंतजाम का पालन भी नहीं किया जा रहा था। जानकारी अनुसार ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने सिडकुल की डीमार्क कंपनी में छापा मारा। पता चला कि प्रबंधन ने वर्ष 2018 से लाइसेंस का रिन्यूवल ही नहीं कराया है। भ्रमित करने और खुद को बचाने के लिए कंपनी प्रबंधन केवल चालान जमा कर रहा था। कंपनी जेनेरिक दवा बनाती है। वहीं, जुकेंड कंपनी का लाइसेंस सही मिला, लेकिन कोविड-19 के तहत सुरक्षा और बचाव के इंतजाम का पालन नहीं किया जा रहा था। कर्मचारियों के काम करने के दौरान शारीरिक दूरी, आवागमन के समय तापमान चेक करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। कर्मचारियों ने दस्ताने नहीं पहने थे। जुकेंड एंटीबायोटिक दवा बनाती है। इसमें उत्पादन और सप्लाई पर रोक लगा दी गई है। दोनों कंपनियों के रिकॉर्ड भी चेक किए गए तो उनमें समानता नहीं मिली।