रांची (झारखंड)। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के एक लैब टेक्निशियन के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। राजधानी रांची में मिले तीन कोरोना मरीजों में यह भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक रिम्स के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में जहां कोरोना संक्रमण की जांच होती है, वहीं का लैब टेक्निशियन जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया है। टेक्निशियन में कोरोना की पुष्टि होने के बाद पूरे अस्पताल में हडक़ंप मच गया है। इसके साथ ही रिम्स का हर विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। बताया गया है कि कोरोना की जांच करने वाला लैब तकनीशियन सहित तीन संक्रमित मरीज मिले हैं। इसमें रांची के हिंदपीढ़ी इलाके की एक और गर्भवती महिला भी संक्रमित पाई गई है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढक़र 110 हो गई है। अब तक चार गर्भवती महिला रांची में कोरोना संक्रमित हो चुकी है।
राज्य में कोरोना संक्रमण के लगातार मामले मिल रहे हैं। अब इसके चार नए मरीज और मिले हैं। सबसे चिंता की बात यह है कि रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की जांच करने वाला लैब तकनीशियन भी कोरोना की चपेट में आ गया है। वहीं, गोड्डा में इसका पहला मरीज मिला। अब राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढक़र 111 हो गई है। गुरुवार को मिले नए मरीजों में तीन रांची और एक गोड्डा के हैं। रांची के मरीजों में एक पुरुष और एक महिला हिंदपीढ़ी के हैं। जबकि एक 44 वर्षीय युवक रिम्स का लैब तकनीशियन है। वह रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की जांच कार्य में लगा था। हिंदपीढ़ी की महिला गर्भवती है। राज्य में कोरोना से संक्रमित होने वाली गर्भवती महिलाओं की संख्या अब चार हो गई है। वहीं, अब रांची में मरीजों की संख्या बढक़र 82 हो गई है। हालांकि हाल के दिनों में झारखंड में मरीजों की संख्या में कमी आई है। पिछले तीन दिनों में महज आठ पॉजिटिव केस मिले हैं। इससे पहले संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी। 24 अप्रैल को राज्य में महज एक पॉजिटिव मरीज मिला था। इसके बाद 25 अप्रैल को आठ, 26 अप्रैल को 15 तथा 27 अप्रैल को 20 मरीज मिले थे। इसके बाद 28 अप्रैल तथा 29 अप्रैल को दो-दो पॉजिटिव मरीज ही मिले थे।