देहरादून। लॉकडाउन के दौरान फार्मास्युटिकल और मेडिकल उपकरण बनाने वाले उद्योगों में उत्पादन जारी रहेगा। इस बारे में उत्तराखंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन को सचिव नितेश कुमार झा का निर्देश पत्र मिला है। पत्र में फार्मा उद्योगों को लॉकडाउन से छूट दी गई है। उत्तराखंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन के निर्णय के बाद उन्होंने तत्काल मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से दूरभाष पर संपर्क किया। मुख्य सचिव ने आश्वस्त किया कि प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में ऐसे फार्मा उद्योग लॉकडाउन से प्रभावित नहीं होंगे, जिनमें सेनिटाइजर, मास्क, एंटीबायोटिक दवाओं और मेडिकल उपकरणों का उत्पादन होता है। इसमें दवाओं की पैकेजिंग का सामान तैयार करने वाली कंपनी भी शामिल हैं। अन्य उद्योगों में लॉकडाउन प्रभावी रहेगा। उत्तराखंड में सेलाकुई, मोहब्बेवाला, देहरादून, हरिद्वार, काशीपुर, सितारगंज आदि औद्योगिक क्षेत्रों में छोटी-बड़ी 351 फार्मास्युटिकल इकाइयां हैं। जिनमें मेडिकल किट से लेकर सेनिटाइजर और दवाओं का उत्पादन होता है। उद्योग संघ के एक अनुमान के अनुसार राज्य में प्रति माह करीब 100 करोड़ की दवाओं का उत्पादन होता है। इनकी सप्लाई चीन और खाड़ी देशों के साथ ही पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, दिल्ली आदि राज्यों में होती है। प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर की 65 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनसे करीब 3.58 लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। फार्मा उद्योगों को छोडक़र अन्य इकाइयां फिलहाल 31 मार्च तक बंद रहेंगी।