लखनऊ। लोहिया अस्पताल के छह डॉक्टरों को सात दिन के लिए सस्पेंड किया गया है। ये आदेश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जारी किए। अधूरे इलाज के बाद बेड खाली नहीं होने की बात कहकर मरीज को रेफर किए जाने का आरोप है। इस मामले में सात अन्य को दो दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है।

यह है मामला

सीतापुर के अल्लीपुर निवासी दिनेश चंद्र को सांस लेने में तकलीफ पर लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। दिनेश का ऑक्सीजन लेवल 86 पाया गया। ब्लड प्रेशर भी असामान्य था। मरीज को बेड नहीं मिल पाया। रातभर स्ट्रेचर पर ही इलाज किया गया। अगले दिन डॉक्टरों ने बेड खाली नहीं होने की बात कहकर दिनेश को रेफर कर दिया।

मामला सामने आने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त रुख दिखाया। उन्होंने जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। शुरुआती जांच में इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों तक की लापरवाही सामने आई है। संस्थान प्रशासन ने कार्रवाई कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार छह डॉक्टरों समेत कुल 13 पर कार्रवाई हुई है। इनमें इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के दो डॉक्टर, दो मेडिकल ऑफिसर, दो जूनियर रेजिडेंट (नॉन पीजी) शामिल हैं। इनके अलावा दो सोशल वर्कर, दो गार्ड व तीन अन्य को दो दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है। फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है।