नई दिल्ली। बच्चों को रोजाना विटामिन डी से भरपूर आहार दिया जाए तो इससे उनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्र नियंत्रित रहेगी। नतीजतन वह हृदय संबंधी रोगों से बचे रहेंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्टर्न फिनलैंड के शोधकर्ताओं की मानें तो बच्चों के शरीर में विटामिन डी का स्तर यदि 50 नैनोमोल्स प्रति लीटर के मुकाबले 80 नैनोमोल्स प्रति लीटर हो तो उनका कोलेस्ट्रॉल लेवल कम रहता है। छह से आठ साल के 500 बच्चों की जांच के बाद वैज्ञानिकों ने कहा कि विटामिन डी का स्तर 50 नैनोमोल्स प्रति लीटर होना इसकी प्रचुरता का मानक है। लेकिन इसकी मात्र बढ़ाकर कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि विटामिन डी बोन मेटाबॉलिज्म के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। इसकी कमी से रिकेट, ऑस्टिओपेनिया जैसी हड्डी की बीमारियां हो सकती हैं। पोषक तत्व से भरपूर खानपान और खुले में समय बिताने से विटामिन डी की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।