वाराणसी के राजातालाब जक्खनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को एक युवक को गंभीर हालत होने पर परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की, लेकिन एंबुलेंस डेढ़ घंटे बाद मिल सकी। इसी बीच इलाज के अभाव में युवक ने दम तोड़ दिया।
जानकारी अनुसार जक्खनी गांव के राधेश्याम उपाध्याय के पोते सुमित उपाध्याय की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। परिजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए, जिसके बाद डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल तक जाने के लिए परिजनों ने अस्पताल से एंबुलेंस की मांग की, लेकिन बहुत देर तक इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी। तकरीबन डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस जिला अस्पताल पहुंची। इसके पहले ही सुमित उपाध्याय की मौत हो चुकी थी।
परिजनों का आरोप है कि जक्खनी स्वास्थ्य केंद्र पर 5 एंबुलेंस होने के बाद भी मरीज को उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने इसकी शिकायत पीएमओ व मुख्यमंत्री से करने की बात कही।
इस बारे में सीएससी अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने गोलमोल जवाब देते हुए पल्ला झाड़ लिया। हालांकि पूरे मामले में सीएमओ डॉ संदीप चौधरी का कहना है कि सभी सीएससी पर एंबुलेंस मरीजों को समय से मुहैया कराई जाती है। इस मामले में किस कारण से देरी हुई एंबुलेंस चालक से इस बारे में पूछताछ की जाएगी।