नई दिल्ली। लगातार बढ़ रहीं महंगाई के साथ -साथ दवा के दामों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिसका सीधा असर मरीजों के जेब पर पड़ रहा है। अब इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने कैंसर के रोगियों को एक बड़ी राहत दी है। जीएसटी काउंसिल की 45वीं बैठक में कैंसर के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अहम दवा पर जीएसटी घटा दी गई है। भारत में कैंसर की दवा प्रेम्ब्रोलाईजुमाब की कीमत लाखों में है।
टाटा की वनएजी (1mg) के मुताबिक इस दवा की 4 एमएल की एक वायल करीब 2.35 लाख रुपये की मिलती है। बेहद महंगी होने की वजह से इस दवा पर एक-एक फीसदी जीसटी का बहुत बड़ा असर पड़ता है। ऐसे में 7 फीसदी की जीएसटी कटौती आम आदमी के लिए बड़ी राहत है। बैठक में फैसला किया गया है कि Pembrolizumab (KEYTRUDA) दवा पर अब 5 फीसदी जीएसटी लगेगी। अभी तक इस दवा पर 12 फीसदी जीएसटी लगती थी यानी अब सरकार की तरफ से 7 फीसदी की राहत दी गई है।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने ट्वीट के जरिए इसकी सूचना दी है। प्रेम्ब्रोलाईजुमाब दवा का इस्तेमाल मेलेनोमा के बहुत अधिक फैलने के मामलों, फेफड़ों की छोटी कोशिकाओं के कैंसर, सिर और गर्दन के स्क्वैमस सेल में कैंसर, आमाशय के कैंसर और गले के कैंसर में होता है। प्रेम्ब्रोलाईजुमाब कैंसर के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा है, जो संयुक्त राष्ट्र की आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल है। यह दवा बुरी तरह से फैल चुके मेलेनोमा यानी त्वचा कैंसर के उपचार में 50 फीसदी तक प्रभावी मानी गई है। पहले इस चरण में पहुंच जाने के बाद कैंसर को लाइलाज माना जाता था और मृत्यु निश्चित थी, लेकिन अब 50 फीसदी उम्मीद जगी है। निवेलुमाब दवा से भी यह उपचार होता है।