दुनिया भर में कोरोना का कहर है। तो वही अब माना जा रहा है कि सर्दी में कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों की संख्या बढ सकता है। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। लिक्विड ऑक्सीजन मिलने से ऑक्सीजन सिलिंडर की रीफिलिंग भी की जा रही है। दरअसल सितंबर में कोरोना संक्रमित गंभीर मरीज भर्ती होने पर ऑक्सीजन की मांग बढ गई थी। इससे ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी होने लगी थी। ऐसे में आंवलखेडा में ऑक्सीजन सिलिंडर रीफिलिंग प्लांट और लिक्विड ऑक्सीजन के लिए सिकंदरा स्थित प्लांट को लाइसेंस दिया गया था। इससे ऑक्सीजन सिलिंडर की उपब्धता बढ गई थी। बतादे कि कोरोना संक्रमित मरीजों में सांस लेने में परेशानी होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट दी जाती है। तो वहीं अब एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल के लिए 12 हजार किलोलीटर की क्षमता का लिक्विड टैंक स्थापित किया जा रहा है। सहायक औषधि आयुक्त एके जैन ने बताया कि नोएडा के बाद अब मोदी नगर से भी लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी। इससे स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी नहीं होगी। गौरतलब है कि सर्दी में कोरोना के केस बढने की आशंका है। इसमें भी कोरोना के गंभीर केस तेजी से बढ सकते हैं। इसे देखते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता बढाई जा रही है।