मोहाली (पंजाब)। सूबे के सेहत व परिवार भलाई मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि मरीजों को सस्ती दवाइयां मुहैया करवाने के लिए कंपनी के ब्रांड के बजाए दवाई के साल्ट के अनुसार दाम तय किए जाने चाहिए। फेज-एक स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में उपभोक्ता संरक्षण मंच की तरफ से खुराक व नागरिक आपूर्ति विभाग के सहयोग से करवाए गए ग्राहक जागरूकता समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार के रसायन व खाद मंत्रालय के अधीन आती राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) भारत में दवाइयों के दाम तय करती है लेकिन अफसोस की बात है कि प्राधिकरण की तरफ से मूल्य निर्धारण में कोई नियंत्रण नहीं है। दवा का मूल्य निर्माता कंपनी व व्यापारी तय करके लोगों पर डाल देते हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार केंद्र को साल्ट के मूल्य निर्धारित करने के लिए जोर डाल रही है। इस संबंध में उन्होंने कुछ दिन पहले दिल्ली में एनपीपीए के सीनियर अधिकारियों से मीटिंग की है। समागम में सेहत मंत्री के राजनीतिक सचिव हरकेश चंद शर्मा मछली कलां, जिला सेहत अफसर डॉ. सुभाष, जल आपूति व स्वच्छता एक्सईएन अनिल कुमार, पार्षद एनपीएस सिद्धू, पार्षद कुलजीत बेदी, बीबी मैनी, गुरमीत कौर, संस्था के प्रधान इंजीनियर पीएस विरदी, संरक्षक जेएस अरोड़ा, महासचिव पीके कपूर, खजानची गुरचरण सिंह, उपप्रधान एसएस गरेवाल व केएस भिंडर, वरिष्ठ उपप्रधान एमएम चोपड़ा, कानूनी सलाहकार टीपीएस वालिया, गुरुद्वारा साहिब के प्रधान बिक्रमजीत सिंह, चंडीगढ़ अवेयरनेस ग्रुप के सुरिंदर कुमार, स्टेज सचिव जसवंत शर्मा, बलविंदर सिंह, एसएस लखोवाल व रविंदर सिंह सैनी हाजिर थे।