नई दिल्ली। डेयरी दूध का सेवन महिलाओं के लिए हानिकारक पाया गया है। इससे महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। अमेरिका के शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि डेयरी दूध पीने के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होता है। प्रतिदिन एक कप दूध पीने से संबंधित जोखिम 50 फीसदी तक बढ़ जाता है। वहीं, प्रतिदिन दो से तीन कप पीने वालों के लिए जोखिम बढक़र 70 से 80 फीसदी हो जाता है। 53 हजार उत्तर अमेरिकी महिलाओं के आहार का आठ साल तक मूल्यांकन किया गया। इनमें से सभी शुरू में कैंसर से मुक्त थीं। अध्ययन के अंत में 1,057 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले मिले। शोधकर्ताओं ने कहा कि फैट और कम या नॉनफैट दूध का सेवन करने से भी रिजल्ट में थोड़ी भिन्नता थी। डेयरी फूड और इसमें भी खासतौर पर दूध ज्यादा खतरनाक है। आंकड़े बताते हैं कि सोया दूध को इसके विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर खतरा कम किया जा सकता है। मतलब यह कि अगर डेयरी दूध की बजाए हम इसके विकल्पों का प्रयोग करें तो ये सेहत के लिहाज से ज्यादा बेहतर होंगे। शोधकर्ताओं के अनुसार, डेयरी दूध से ब्रेस्ट कैंसर का संभावित कारण डेयरी दूध का सेक्स हार्मोन कंटेंट हो सकता है। गाय बेशक स्तनपान कराती हैं और अक्सर डेयरी में लगभग 75 फीसदी गर्भवती होती हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर हार्मोन संबंधित कैंसर है। इसके अलावा, कुछ रिपोर्टों में डेयरी और अन्य जानवरों के प्रोटीन का सेवन हार्मोन के उच्च रक्त स्तर, इंसुलिन जैसी वृद्धि कारक-1 के साथ भी जुड़ा हुआ है, जिसे कुछ कैंसर को बढ़ावा देने के लिए माना जाता है।