आगरा। सावधान! बाजार में बिक रही टैबलेट ए-सिपेक्स-ओ खरीदने से पहले सचेत हो जाएं। ड्रग विभाग की जांच में ये दवा नकली पाई गई है। बीते माह मालवा ट्रांसपोर्ट से जब्त की गई दवाओं से इसका सैंपल लिया गया था। हालांकि अभी छह और दवाओं की रिपोर्ट आना बाकी है। इसके बाद ही विभाग नकली दवा के कारोबारियों पर मामला दर्ज कराएगा।
जानकारी अनुसार ड्रग विभाग ने नौ जुलाई को यमुनापार के शाहदरा स्थित मालवा ट्रांसपोर्ट पर देर रात छापा मारकर करीब 90 लाख रुपये की दवाएं जब्त की थीं। इनमें अधिकांश फिजीशियन सैंपल थे। सात दवाओं के सैंपल जांच को भेजे गए। ड्रग इंस्पेक्टर डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि लैब से एंटीबायोटिक ए-सिपेक्स-ओ, बैच नंबर 3542 की रिपोर्ट आई है, जिसमें यह नकली मिली है। गोदाम से इस बैच की 1.64 लाख रुपये की दवाएं मिली थीं, जिन पर एक्सपायरी डेट तीन मार्च 2021 अंकित थी। इस दवा की निर्माता कंपनी एपेक्स फार्मुलेशन प्राइवेट लिमिटेड सिरमौर हिमाचल प्रदेश है। कंपनी को भी नोटिस दिया गया है। गौरतलब है कि मालवा ट्रांसपोर्ट से 60 लाख के फैंसीड्रिल कफ सीरप और 30 लाख की दवाएं जब्त की गई थी। कफ सीरप के बिल प्रस्तुत किए गए थे। छापे में मौके पर फिरोजाबाद निवासी निखिल तिवारी मिला था। उसने बताया कि यह गोदाम मोहन गुप्ता निवासी हरियाणा का है। यह दवाएं आठ बोरों में भरकर अरुण गुप्ता और आरके गुप्ता लेकर आए थे।