बरेली। खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग ने सीजेएम कोर्ट से दवाओं का जखीरा जब्त करने की अनुमति ले ली है। साथ ही, बरामद दवाओं के नमूने जांच के लिए लैब में भेज दिए हैं। विभागीय जांच पड़ताल में पाया गया कि स्टॉकिस्ट का लाइसेंस मिनी बाईपास के लिए था, लेकिन उसने दूसरे स्थान पर दवाओं का अवैध तरीके से भंडारण कर लिया। विभाग इस गड़बड़ी के लिए अलग से नोटिस जारी कर रहा है। औषधि निरीक्षक ने बताया कि कोर्ट ने बरामद दवाओं का जखीरा सीज करने की अनुमति दे दी है, इसके बाद विभाग ने लिखा-पढ़ी की कार्रवाई पूरी कर दी।

निरीक्षक विवेक कुमार ने बताया कि लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्रवाई होगी। अवैध भंडारण पकड़े जाने के बाद से दवा कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि तमाम दवा कारोबारी लाइसेंस की शर्तों का पालन ही नहीं कर रहे हैं। दरअसल डीएम के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग (एफएसडीए) टीम ने सोमवार रात आशा विहार कॉलोनी के एक आवास में छापा मारा था। वहां से दवाओं का अवैध भंडार बरामद हुआ था।

छापा मारने वाली टीम मंगलवार सुबह छह बजे तक औपचारिक कार्रवाई में लगी रही। इसके बाद औषधि निरीक्षक विवेक कुमार ने सुबह दस बजे सीजेएम कोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर बरामद दवाओं को जब्त करने की अनुमति मांगी। उन्होंने बताया कि मौके से दवा के 15 बड़े कार्टून (डिब्बे) मिले। इन्हें खोला गया तो इनमें 10-10 की पैकिंग में छोटे डिब्बे थे।