बिहार : बिहार के सीमावर्ती इलाके में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मधुवनी बॉर्डर इलाकों में नशीली प्रतिबंधित दवा खुलेआम बेंची जा रही है।
नशे की लत में युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही हैं। इस कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में आपराधिक घटनाओं में भी वृद्धि देखी जा रही है। इसमें युवतियों की भी संख्या है।
सूत्रों का कहना है कि बॉर्डर पर खतरनाक नशीली व प्रतिबंधित दवा, इंजेक्शन व कफ सिरप का धंधा इन दिनों चरम पर है।
जानकारी के अनुसार, नशीली दवाइयों के धंधे का केंद्र बिन्दु हरिणे, जटही, पिपरौन व फुलहर बॉर्डर सेफजोन बन चुका है। बेरोकटोक नेपाल से प्रतिदिन बड़ी संख्या में युवा नशा करने आते हैं।
स्थानीय कई दुकानदार ऐसे नशेडिय़ों को मुहमांगी कीमत पर नशीली दवाएं उपलब्ध कराते हैं। इस कारोबार में नशेडिय़ों के लिए नशा घर पहुंचाने की सुविधा भी उपलब्ध है।