हैदराबाद। स्किन क्लीनिकों पर छापेमारी के दौरान तीन फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई तेलंगाना मेडिकल काउंसिल ने जुबली हिल्स, बंजारा हिल्स, माधापुर, हाईटेक सिटी, कुकटपल्ली और मियापुर में की। टीम ने त्वचा, लेजर, बाल और कॉस्मेटोलॉजी के लिए समर्पित 40 केंद्रों पर काम करने वाले डॉक्टरों के सत्यापन जांचे और तीन फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया।

साथ ही, 20 केंद्र योग्य त्वचा विशेषज्ञों, प्लास्टिक सर्जनों या जिला पंजीकरण प्राधिकरण से जरूरी अनुमति के बिना संचालित पाए गए। कुछ केंद्रों पर डेंटल, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी चिकित्सक कार्यरत थे जो अपनी योग्यता से परे लेजर का उपयोग कर रहे थे। अयोग्य चिकित्सकों को नोटिस जारी किए गए हैं।

टीजीएमसी के उपाध्यक्ष डॉ. जी. श्रीनिवास ने कहा कि केवल एमबीबीएस, एमडी त्वचा विज्ञान या एमसीएच प्लास्टिक सर्जरी योग्यता वाले डॉक्टरों को ही हेयर ट्रांसप्लांटेशन जैसे कॉस्मेटिक उपचार करने चाहिए। उन्होंने बताया कि 200 से ज़्यादा शिकायतें मिली हैं, जबकि वास्तविक घटनाएं 10 गुना ज़्यादा होने की संभावना है। उन्होंने इन प्रक्रियाओं को करने वाले अयोग्य व्यक्तियों के हानिकारक प्रभावों को रेखांकित किया। इसमें अपर्याप्त एसेप्टिक सावधानियों के कारण दवा प्रतिक्रिया, रासायनिक जलन और सेप्सिस शामिल हैं।

बताया गया कि करीब 70 प्रतिशत क्लीनिक गैर-डॉक्टरों और दंत चिकित्सकों द्वारा चलाए जा रहे हैं और अनधिकृत प्रमाणपत्रों के साथ सौंदर्य संबंधी प्रक्रियाएं कर रहे हैं।