मौसम बदलने से अस्पताल में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वहीं अस्पतालों में मरीजों के बेहतर इलाज की सुविधाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। कहीं विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी की वजह से ओपीडी में मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है, तो कोई रेडियोलॉजिस्ट की कमी से जांच नहीं हो पा रही है।
डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट भी समय से नहीं मिल पा रहा है। पिछले 10 दिनों में मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, शास्त्रीय अस्पताल रामनगर में सर्दी खांसी जुकाम के साथ ही बाल रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है।
जिसमें हर रोज होने वाली जांच का आंकड़ा पार कर चुका है। वहीं दीनदयाल उपाध्याय में रेडियोलॉजिस्ट के ना होने से अल्ट्रासाउंड की जांच नहीं हो पा रही है। इस वजह से मरीजों को जांच ना होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस पद पर तैनात डॉक्टर के इस्तीफा देने के बाद से ही यह समस्या उत्पन्न हो गए हैं। सीएमएस डॉ आर के सिंह का कहना है कि हम सीएमओ से बात कर विशेषज्ञ की तैनाती कराई जाएगी।
इसके अलावा थायराइड की जांच और एंडोस्कोपी भी नहीं हो पा रही है। टेक्निशियन का ट्रांसफर होने के कारण जांच प्रभावित हो रही है। वही मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में पैथोलॉजी में प्लेटलेट की जांच भी नहीं हो पा रही है। यहां रेंडम़ डोनर प्लेट मशीन खराब हो गई है। अबतक मशीन को ठीक नहीं किया जा सका है।
इस समय ओपीडी में आने वाले सबसे अधिक मरीज डेंगू के हैं। डॉक्टर द्वारा जांच लिखे जाने के बाद भी पैथोलॉजी में जांच नहीं हो पा रही है।