कोटा (राजस्थान)। जिले में बिना डिग्रीधारी स्वयंभू डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गठित की गई है। इसमें शहर व ग्रामीण एसपी के प्रतिनिधि, सीएमएचओ, सभी उपखंड अधिकारी, आरसीएचओ, दोनों डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण), जिला आयुर्वेद अधिकारी, सहायक औषधि नियंत्रक, ब्लॉक सीएमओ को शामिल किया है। एसटीएफ की हर माह बैठक होगी, जिसमें जिलेभर में की गई कार्रवाइयों का रिव्यू किया जाएगा।
कोटा शहर में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए आरसीएचओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसकी पालना में आरसीएचओ डॉ. महेंद्र त्रिपाठी ने जिला आयुर्वेद अधिकारी, एसएमओ डॉ. अक्षय सक्सेना, औषधि नियंत्रक अधिकारी कोटा शहर, अर्बन डीपीएम आकांक्षा शर्मा, मेल नर्स उमेश वर्मा, फार्मासिस्ट आरबीएसके योगेंद्र तथा कनिष्ठ सहायक आकाश सेन को शामिल किया गया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (ग्रुप-2) के पत्र एवं राज्य मानवाधिकार आयोग के आदेश की पालना में ऐसा किया गया है।