हिसार। हिसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देर रात को हिसार सीएमओ के नेतृत्व में हांसी के एक निजी अस्पताल में छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच करने के एक मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम की शिकायत के आधार पर अस्पताल संचालक सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज कर दो महिलाओं को हिरासत में लेकर मामले की जांच आरंभ कर दी है। अस्पताल पर छापेमारी की कार्रवाई देर रात शुरू की गई थी जो गुरुवार सुबह तक जारी रही।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हांसी के धतरवाल अस्पताल पर छापा मारकर अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन, प्रिंटर और अन्य रिकार्ड जब्त कर लिया है। गिरोह के 4 सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस को शिकायत दे दी है। भ्रूण लिंग जांच गिरोह का खुलासा करने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ. प्रभु दयाल, डॉ.कामिद मोंगा, अंकित, अजय शामिल है।
डॉ प्रभु दयाल छापे की जानकारी देते हुए
टीम के सदस्य डॉ कामिद मोंगा ने बताया कि उन्हें 20 जुलाई को गुप्ता सूचना मिली थी कि हांसी के हिसार चुंगी के पास स्थित उर्मिल धतरवाल के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के द्वारा लिंग जांच की जाती है। सूचना के आधार पर हमनें अपने डिकोय का 23 जुलाई को अल्ट्रासाउंड करवाया। लिंग जांच के 40 हजार में सौदा तय किया गया। अल्ट्रासाउंड के बाद डाक्टर ने अपनी रिपोर्ट नहीं बताई। डिकाय को चिकित्सक ने कहा कि आप अपने दलाल के माध्यम से रिपोर्ट पता करें। इस पर उसने दलाल गीता और पूनम से उससे संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि 15 दिन बाद फाइनल अल्ट्रासाउंड किया जाएगा, उस दिन रिपोर्ट बताई जाएगी।
दलाल गीता और पूनम थी। गीता जिंदल अस्पताल में कार्यरत है और पूनम ने जीएनएम का कोर्स किया है, घर में रहती है और अस्पताल में आती जाती रहती है। 25 जुलाई को गीता ने डिकाय को फोन कर रुपए मांगे और रिपोर्ट देने की बात कही। उस दिन हमारी टीम बाहर थी। हमनें एक दो दिन मांगे। बुधवार को हमें जिंदल अस्पताल के बाहर बुलाया गया कि गीता रिपोर्ट बता देगी। डिकाय ने गीता का सुबह फोन नहीं उठाया। उसके बाद शाम 4 बजे फिर फोन आया कि रिपोर्ट ले जाए और रुपए दे जाए।
पांच बजे डिकाय और महिला साथी से पैसे लिए। हमनें गीता को पैसों सहित मौके से ही पकड़ लिया। वहां से हम इसे लेकर पूनम के घर गए। पूनम घर पर नहीं थी। बुलाने पर आई तो उसे पकड़ लिया। उसके बाद दोनों को लेकर हांसी के अस्पताल पहुचे। डिकोय ने पहचान लिया कि स्टाफ नर्स जसबीर और डाक्टर उर्मिल धतरवाल ने ही अल्ट्रासाउंड किया। मशीनें सील कर दी गई हैं। अस्पताल में लंबे समय से खेल चल रहा था। पुलिस को कार्रवाई के लिए एप्लीकेशन दी जा रही है।