पंचकूला। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार करने के लिए पांच जिलों नूंह, हिसार, करनाल, रोहतक और पंचकूला में प्रयोगशाला स्थापित करने का फैसला किया है। इसके अलावा पीजीआईएमएस रोहतक और भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां में दो परीक्षण प्रयोगशालाएं संचालित हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने गुरुग्राम की पांच निजी प्रयोगशालाओं को भी कोविड-19 की जांच करने की मंजूरी दे दी है और इन परीक्षण प्रयोगशालाओं द्वारा अगले कुछ दिनों में सैंपल लेना शुरू कर दिया जाएगा। कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल में एक परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की जा रही है। इस महीने के अंत तक इसे संचालित करने का प्रयास किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में 1300 वेंटिलेटर की सुविधा है और 200 नये वेंटिलेटर के आर्डर जारी किए गए हैं जो जल्द ही राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि कोविड-19 के प्रकोप की चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राज्य सरकार डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल और अन्य कर्मचारियों सहित स्वास्थ्य विभाग के अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के मनोबल को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए सरकार ने सभी आवश्यक सेवाएं व उपकरण प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए ऐसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्याप्त मात्रा में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध करवाई जाएगी। 374 आइसोलेशन वार्डों में 7346 आइसोलेशन बेड की क्षमता तैयार की गई है। इसके अलावा, लगभग 14000 व्यक्तियों के लिए 3243 कमरे व डोरमेट्री में क्वारंटीन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि 6 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों और 25 सरकारी और निजी अस्पतालों को कोविड-19 रोगियों के लिए डेडिकेटेड वार्ड स्थापित करने को कहा गया है। वल्र्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, झज्जर में भी कोविड अस्पताल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में 19,000 पीपीई किट और 95,000 एन-95 मास्क उपलब्ध हैं। अगले तीन दिनों में अतिरिक्त 145000 एन -95 मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि 2.50 लाख नई पीपीई किटों के आदेश दे दिए गए हैं। इसके अलावा, तीन प्लाई मास्क का पर्याप्त स्टॉक भी उपलब्ध है।