खन्ना – पंजाब

खन्ना में फिर हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग निर्धारण टैस्ट का पर्दाफाश किया है जिसमें शिवम अस्पताल, पीरखाना रोड खन्ना के संचालक दंपति सहित कुल 6 कथित आरोपी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार अंबाला के डिप्टी सिविल सर्जन डा. बी.बी. लाल और उनकी टीम को सूचना मिली थी कि अब्बोमाजरा (पटियाला) निवासी आशा वर्कर कृष्णा और उसका पति किशन लाल लिंग निर्धारण टैस्ट करवाने के लिए बतौर एजेंट कार्य करते हैं। इन्हें रंगे हाथों काबू करने के लिए टीम ने ट्रैप बनाया, जिसके तहत टीम की महिला सदस्य ने अंबाला निवासी गर्भवती महिला सुमन (काल्पनिक नाम) को कृष्णा का नंबर दिया। उसने आशा वर्कर कृष्णा से फोन पर संपर्क किया तो कृष्णा ने इस काम के लिए 26 फरवरी की तिथि तय की।

तय दिन पर बताया कि संबंधित डाक्टर चंडीगढ़ हैं। अगले दिन फोन करने पर कृष्णा ने कहा कि मशीन खराब है, उसे ठीक करवाया जा रहा है। आखिर में एक मार्च का कार्यक्रम तय हुआ। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुमन को 20 हजार रुपए देते हुए सभी नोटों के नंबर नोट कर लिए और कथित आरोपी दंपति कृष्णा और किशन लाल उसे गाड़ी में बैठाकर मंडी गोबिंदगढ़ ले गए जहां से एक अन्य एजेंट देसराज पुत्र मट्टू राम निवासी गांव तलाणिया (फतेहगढ़ साहिब) जोकि मंडी गोबिंदगढ़ में केमिस्ट की दुकान चलाता है, को 20 हजार रुपए देते हुए उसे भी साथ लेकर खन्ना स्थित  शिवम अस्पताल पहुंचे। वहां ट्रेनर अमनप्रीत कौर निवासी खनियाण सुमन को हरप्रीत कौर निवासी गुरु हरिकृष्ण नगर खन्ना के घर ले गई जहां हरप्रीत कौर ने स्कैनिंग मशीन के माध्यम से सुमन का लिंग निर्धारण टेस्ट करते हुए उसे बताया कि पेट में पल रहा भ्रूण कन्या है। इसके उपरांत जब सुमन को वापस शिवम अस्पताल लाया गया तो हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल अस्पताल खन्ना के एस.एम.ओ.डा. राजिंद्र गुलाटी को सूचित करते हुए उनके साथ मिलकर अस्पताल में छापा मारा, जहां उपरोक्तसभी आरोपी मौजूद पाए।

छापे की सूचना पाकर हरप्रीत कौर और उसके पति अस्पताल संचालक सोहन सिंह ने घर रखी स्कैनिंग मशीन खुर्द-बुर्द कर दी और फरार हो गए, जबकि कथित आरोपी देसराज ने पैसे खुर्द-बुर्द करने के लिए अपनी जेब तक फाड़ दी लेकिन 20 हजार रुपयों में से एक हजार का नोट बरामद कर लिया गया। जांच टीम का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।