ब्लैक फंगस को हरियाणा सरकार द्वारा अधिसूचित रोग घोषित कर दिया गया है। जिसके चलते अब ब्लैक फंगस का मरीज मिलते ही डॉक्टर को जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करना होगा। इसी कड़ी में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक कोरोना से निपटने वाले प्रदेश के सभी डॉक्टरों के साथ इसके इलाज को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस पर चर्चा करेंगे।
अब राज्य के किसी भी सरकारी व निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मामले मिलने पर उसकी सूचना स्थानीय जिले के सीएमओ को करनी होगी ताकि बीमारी की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जा सके। श्री विज ने कहा कि बीमारी के उपचार के लिए पीजीआईएमएस रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक प्रदेश में कोरोना का इलाज कर रहे सभी डॉक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे और उन्हें ब्लैक फंगस के इलाज के संबंध में जानकारी देंगे।

देखें कौन से जिलें में आए कितने ब्लैक फंगस मामले-
- फरीदाबाद में ब्लैक फंगस के 6 मामले
- गुरुग्राम में 12 से 14 मामले ब्लैक फंगस
- रोहतक में 6 मामले
- फतेहाबाद, करनाल और रोहतक में दो-दो मामले
कैसे होता है ब्लैक फंगस- हालिया दौर में इस ब्लैक फंगस का संक्रमण बहुत कम देखने को मिल रहा है, लेकिन यह बेहद घातक साबित हो सकता है। यह सबसे पहले त्वचा में दिखाई पड़ता है और फिर धीरे-धीरे फेफड़ों और मस्तिष्क को भी संक्रमित कर देता है। कोविड टास्क फोर्स ने इस खतरनाक फफूंदी को लेकर लोगों को एक एडवाइजरी जारी कर सावधान किया है। बता दें कि यह फफुंदी उन लोगों को अधिकांश जकड़ रही है जो संक्रमित होने की वजह से दवाओं का सेवन कर रहे है।