रोहतक। हरियाणा सरकार ने डॉक्टरों की हड़ताल पर सख्ती दिखाते हुए छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं और स्टाफ को अस्पताल में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों समेत अन्य स्टाफ का सामूहिक अवकाश व छुट्टियां रद्द की हैं। डॉक्टरों की सोमवार को 24 घंटे की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं यथावत बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया। महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं सतीश अग्रवाल ने सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी करते हुए 17 अप्रैल को ओपीडी और आपातकालीन सेवाएं सुचारु रूप से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक ने पत्र के जरिये कहा है कि रुटीन के अनुसार सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी व आपातकालीन सेवाएं जारी रहनी चाहिए। तत्काल प्रभाव से डॉक्टरों सहित पूरे प्रदेश में सभी कैडर के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की जाती हैं। सभी डॉक्टर और अन्य स्टाफ को अपने-अपने मुख्यालय व ड्यूटी स्थान पर बने रहना होगा। स्वास्थ्य महानिदेशक ने अस्पतालों में जरूरी दवाओं, अन्य सामग्री व आईवी फ्लूड इत्यादि पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी सामग्री का टोटा नहीं होना चाहिए। जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके मद्देनजर सिविल सर्जन सभी जरूरी कदम उठाएं।
उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा के सचिव डॉ. सुनील मुंजाल का कहना है कि देशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर प्रदेश में भी डॉक्टर 24 घंटे काम नहीं करेंगे। सरकार को पहले ही इससे अवगत कराया जा चुका है। छुट्टियां रद्द करने जैसे दमनकारी कदम उठाने से हड़ताल रुकने वाली नहीं है। इससे डॉक्टरों व अन्य स्टाफ में और रोष उत्पन्न होगा।