गुरूग्राम। शहर की एक अवैध ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी का पर्दाफाश हुआ है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अनुसार कंपनी हर्बल दवा के नाम पर नशीली दवाएं अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों में भेजती थी। इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। डिस्ट्रिक्ट ड्रग कंट्रोलर अमनदीप चौहान ने बताया कि दिल्ली की टीम ने डिस्ट्रिक्ट ड्रग कंट्रोल विभाग के साथ मिलकर यह कार्रवाई की। इस संबंध में आरोपी अमित कुमार को हिरासत में लिया है। उसकी दो कंपनियां जातक साफ्टेक और फार्मा ग्लो कथित रूप से अवैध दवा तस्करी रैकेट चलाने के लिए जांच के घेरे में हैं। कंपनी ने हर्बल प्रॉडक्ट के नाम से एनसीबी से एनओसी ली थी।

युवक आईटी कंपनी के जरिए अवैध तरीके से पेन किलर और नशीली दवाएं विदेशों में भेज रहा था। सेक्टर 49 में आईटी स्पेस पार्क के अंदर जटक सॉफ्टेक नामक कंपनी को सॉफ्टवेयर कंपनी बताया गया था, लेकिन असल में यहां से ड्रग्स की खरीद-फरोख्त का अवैध कारोबार होता था। 2014 से आईटी कंपनी की आड़ में यह काम चल रहा था। कई तरह के पेन किलर और नशीली दवाओं को बाजार से खरीदकर उनकी पैकिंग बदलकर हर्बल प्रॉडक्ट में डाल दी जाती थी। इसके बाद इसे अमेरिका और यूरोप के कई देशों में भेजा जाता था। ऐसी दवाओं की 22 हजार गोलियां बरामद की गईं। डिस्ट्रिक्ट ड्रग कंट्रोलर चौहान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि यहां अन्य कई कंपनियां हैं जो इस तरह के धंधे में शामिल हो सकती हैं। इनकी निगरानी का सिलसिला शुरू कर दिया है। कोई ठोस सूचना मिलने के बाद इनके खिलाफ संयुक्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।