नई दिल्ली। हार्ट अटैक में डायबिटीज की दवा को काफी कारगर पाया गया है। यह दावा भारतीय मूल के वैज्ञानिक के नेतृत्व में एक शोध दल ने किया है। बताया गया है कि अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) द्वारा टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए मंजूर की गई एक दवा हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकती है। इस अंतरराष्ट्रीय शोध में करीब 10 हजार लोग शामिल हुए। सोटाग्लिफ्लोजऩि नामक यह दवा हृदय संबंधी जोखिम को भी घटा सकती है। इस दवा को किडनी रोग के इलाज के लिए भी मंजूरी मिली है।
गौरतलब है कि सोटाग्लिफ्लोजिऩ एक खास दवा है जो एसजीएलटी अवरोधक के रूप में काम करती है। यह शरीर में मौजूद दो प्रोटीन, एसजीएलटी1 और एसजीएलटी2 की क्रिया को रोकती है। अन्य एसजीएलटी2 अवरोधक दवाएं एसजीएलटी1 पर उतना प्रभाव नहीं डालतीं।
माउंट सिनाई फस्टर हार्ट हॉस्पिटल के निदेशक और अमेरिका की इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन में कार्डियोवस्कुलर मेडिसिन के प्रोफेसर दीपक एल. भट्ट ने बताया कि ये परिणाम क्रिया के नए तंत्र को प्रदर्शित करते हैं। सोटाग्लिफ्लोजऩि का इस्तेमाल करके, गुर्दे, आंत, दिल और दिमाग में मौजूद एसजीएलटी1 रिसेप्टर्स और केवल गुर्दे में मौजूद एसजीएलटी2 रिसेप्टर्स दोनों को एक साथ रोकने से दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।