नई दिल्ली। कंपनी नेस्ले इंडिया हेल्थ फूड ड्रिंक के क्षेत्र में उतरने जा रही है। बता दें कि एचयूएल संग जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर का विलय करीब है। उद्योग के सूत्रों का कहना है कि अगस्त में वैश्विक ब्रांड माइलो की दोबारा पेशकश के साथ नेस्ले को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और कंपनी इसके कुछ और वेरियंट पेश कर सकती है क्योंकि हॉर्लिक्स व बूस्ट जैसे ब्रांड के जरिए आगे बढऩे वाली है, जिसका अधिग्रहण वह विलय के बाद करेगी। पिछले महीने एचयूएल ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में संकेत दिया था कि जीएसके कंज्यूमर का विलय करने के लिए उसे एनसीएलटी के मुंबई पीठ की मंजूरी मिल गई है। हालांकि इस विलय के लिए उसे चंडीगढ़ पीठ की मंजूरी की प्रतीक्षा है, जिसके बारे में उद्योग के सूत्रों ने कहा कि यह जनवरी के आखिर तक पूरा हो सकता है। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि अगस्त में दोबारा पेशकश के बाद माइलो को एनर्जी ड्रिंक के तौर पर स्थापित किया गया है और यह तीन प्रॉडक्ट फॉर्मेट टिन, टेट्रापैक और रेग्युलर पैक में उपलब्ध है। टिन व रेग्युलर पैक घरों में उपभोग के लक्ष्य के साथ उतारा गया है क्योंकि यह पाउडर के रूप में है। टेट्रापैक और रेडी टु ड्रिंक सफर कर रहे उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर उतारा गया है। माइलो टेट्रापैक, टिन व रेग्युलर पैक के मुकाबले देश भर में उपलब्ध है। टिन व रेग्युलर पैक को देश के पश्चिम व दक्षिण भारत के बाजारों में उतारा गया है। सूत्रों ने कहा कि यह रणनीति माइलको के लिए उन जगहों पर आधार बनाने के लिए है, जहां हेल्थ फूड ड्रिंक का उपभोग काफी ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए तमिलनाडु अहम बाजार है जहां माइलो का वितरण आक्रामक तौर पर किया जा रहा है। इस बाजार में हॉर्लिक्स भी मजबूत है।