अंबाला। कोरोना में आपदा को अवसर बनाकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का गोरखधंधा तेजी से फल-फूल रहा है। पंचकूला में भी इसी तरह का धंधा चल रहा था। इसका फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन की टीम ने रविवार को भंडाफोड़ करते हुए होलसेलर से 399 इंजेक्शन बरामद किए। बताते हैं कि इन पर रेमडेसिविर का लेबल ही लगाया जाना बाकी था। हालांकि यह जांच का विषय है कि इन इंजेक्शन के भीतर पाउडर के रूप में क्या है।

बता दें कि 20 अप्रैल की रात को अंबाला पुलिस ने 24 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ जिन चार आरोपियों को पकड़ा था उनमें से प्रदीप कुमार को साथ लेकर टीम रविवार को पंचकूला पहुंची थी। ड्रग कंट्रोल अधिकारी पंचकूला प्रवीण कुमार और सुनील चौधरी सीनियर ड्रग्स कंट्रोलर अंबाला जोन की टीम ने सीआईए-1 अंबाला के साथ मिलकर पंचकूला के अमरावति एंक्लेव में एमएस सरोहा फार्मास्यूटिकल पर छापा मारा। इस दौरान टीम के साथ रिमांड पर लिया गया आरोपी प्रदीप भी था।

धालुवाला के ग्राम सरपंच भीम सेन को भी टीम ने गवाह के तौर पर अपने साथ रखा। सभी की मौजूदगी में सरोहा फार्मास्यूटिकल से का ताला खोलकर जांच की गई तो 206 वॉयल रेड क्लर और 193 वॉयल ओरेंज क्लर के बरामद हुए। इनमें से किसी पर भी लेबल नहीं लगा था।
399 इंजेक्शन एमएस सरोहा फार्मास्यूटिकल अमरावती एन्क्लेव से बरामद किए हैं। अंबाला से पकड़े गए आरोपी प्रदीप को साथ लेकर हम वहां पहुंचे थे। इनमें से किसी भी इंजेक्शन की वॉयल पर लेबल नहीं था। इनकी जांच की जाएगी। हमारे साथ सीआईए-1 अंबाला की टीम भी थी।