औरंगाबाद : औरंगाबाद जिले में 1500 से ज्यादा मेडिकल स्टोर 10वीं-12वीं फेल युवकों के भरोसे चल रहे हैं. एक अखबार की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है.

जांच में सामने आया है. इन दवा की दुकानों पर पढ़े लिखे युवक नहीं बल्कि 12 फेल दुकान पर दवा दे रहे हैं. इस बात को औषधी विभाग के निरीक्षक संजय कुमार का भी मानना है कि शहर से लेकर -ग्रामीण क्षेत्रों तक कुछ मेडिकल स्टोर्स किराए के लाइसेंस पर हैं.

औषधि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने पिछले साल भी ऐसे मेडिकल स्टोर के खिलाफ कार्रवाई की थी. औषधि निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि जिले के जांच के बाद 16 मेडिकल को नोटिस दिया गया है. गलत तरीके से संचालन करने वालों की खैर नहीं.

दवा बाजार में करीब 1500 दुकानदार हैं. एक अखबार की जांच में सामने आया कि शहर के रजिस्टर्ड मेडिकल स्टोर्स में आधे से ज्यादा ऐसे हैं, जिनका संचालन दवाओं के जानकार फार्मासिस्ट के बजाय 10वीं-12वीं फेल लड़के कर रहे हैं. दुकान पर स्टोर संचालक भले ही लाइसेंस की कॉपी फ्रेम करवाकर लगा लिए है, लेकिन वहां फार्मासिस्ट वहां मौजूद ही नहीं है.

फार्मेसी एक्ट के नियमों का पालन नहीं करने वालों के ड्रग लाइसेंस तुरंत निरस्त करने का प्रावधान है, लेकिन खाद्य एवं औषधि विभाग इस पर गंभीर नहीं है। इसके अलावा दुकान सील की जा सकती है. इस पर जुर्माने का भी प्रावधान है.
मीडिया में आई रिपोर्ट के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आधे से ज्यादा दुकानें फार्मासिस्ट का लाइसेंस किराए पर लेकर खोल दी गई है. जो कम पढ़े-लिखे लोगों के भरोसे हैं.