बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार ने ग्राहकों की डिटेल मेंटेन नहीं करने पर 110 दवा कंपनियों के लाइसेंस कैंसिल कर दिए हैं। इन फार्मेसियों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारियों, खांसी, छींक और बुखार से संबंधित दवाइयां बनती हैं। कोरोना संक्रमण के चलते बाजार में अनेक फर्जी दवाएं आ गई हैं। इसी के चलते कर्नाटक सरकार ने इतना बड़ा निर्णय लिया है। इसके पहले भी अन्य राज्यों में कई फार्मेसियों के लाइसेंस कैंसिल किए जा चुके है। फर्जी दवाओं को लेकर पूर्व में गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में कई मेडिकल स्टोंरों का लाइसेंस रद किया था। अवैध दवाइयां मिलने पर 27 दुकानों के लाइसेंस रद्द किए गए थे। जबकि 35 दुकानदारों के लाइसेंस 15 दिन के लिए रद्द कर दिए गए थे। राज्य के खाद्य एवं औषध विभाग की ओर से यह कार्रवाई की गई थी। इससे पूर्व एनसीबी व खाद्य एवं औषध विभाग की टीम 46 लाख रुपए कीमत की कफ सिरप जैसी दवाइयां जब्त कर चुकी थी। बताया गया है कि ऐसी कई दुकानें हैं जिनके पास कोडीनयुक्त दवाइयां की बिक्री का लाइसेंस नहीं है फिर भी बेचने के लिए दवाइयां रखी गईं।