बठिडा : नशेड़ी अब सिग्नेचर कैप्सूल का उपयोग कर रहे हैं. कैप्सूल को मेडिकल स्टोर पर खुलेतौर पर बेचे जा रहे हैं. ड्रग विभाग ने एक स्टोर पर छापा मारकर 35 हजार सिग्नेचर कैपसूल बरामद किए है. गठिया के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाला कैप्सूल का इस्तेमाल ड्रग एडिक्ट द्वारा नशे के रूप में किया जा रहा है.
यह कैप्सूल एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत नहीं आते हैं. ड्रग इंस्पेक्टर गुनदीप बंसल के नेतृत्व में एक टीम ने बस स्टैंड के पास बठिडा मेडिकल हाल में छापा मारा. छापेमारी के दौरान 35,000 सिग्नेचर कैप्सूल बरामद किए. इसके बाद नौ अन्य मेडिकल स्टोर पर भी छापेमारी की गई.
बता दें कि छापेमारी के दौरान जब्त सिग्नेटर कैप्सूल की कीमत 12 लाख रूपये है. पहले पंजाब में ट्रामाडाल को नशे के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन बाद में इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया,
बता दें कि इस कैप्सूल का उपयोग नाबालिग करने लगे हैं. कुछ दिनों पहले सिग्नेचर कैप्सूल लेने पर एक 15 साल का लड़का बेहोश हो गया था उसे कई घंटों बाद होश आया था. कई मेडिकल स्टोर मालिक एनडीपीएस के तहत कार्रवाई नहीं होने के कारण इसे बेच रहे हैं.