आगरा। लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। बता दें कि भारी मात्रा में दवाओं का जखीरा नष्ट कराया गया है। दरअसल आगरा में पुलिस ने नकली और सैंपल की दवाओं का जखीरा नष्ट कराया। इनमें 58 बोरी नकली और 91 बोरी दवाएं सैंपल की थीं। इसके अलावा दवाओं के आठ और बंडल भी पुलिस ने नष्ट कराए है। पुलिस ने इन दवाओं को विशेष मुख्य न्यायाधीश की अदालत से अनुमति लेकर नष्ट कराया।

कोतवाली के मालखाने में करीब 22 वर्ष से नकली और सैंपल की दवाओं का जखीरा रखा हुआ था। यह दवाएं वर्ष 1999 से वर्ष 2014 के दौरान दर्ज हुए 14 मुकदमों से संबंधित थी। सभी दवाएं कई साल पहले ही एक्सपायर हो चुकी थीं। इसके चलते इनसे दुर्गंध आने लगी थी। इसके चलते पुलिसकर्मी मालखाने की ओर भी जाने से कतराते थे। एक्सपायर दवाओं और दुर्गंध से बीमारी फैलने की भी आशंका थी।

इसके मद्देनजर इन दवाओं को नष्ट करने का फैसला किया गया। इंस्पेक्टर कोतवाली राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट से अनुमति लेने के बाद दवाओं का जखीरा नष्ट कराया गया है। इन दवाओं को कुबेरपुर स्थित खत्ताघर में ले जाकर नष्ट कराया गया है। नष्ट कराई गई दवाओं का नमूना लेकर रखा गया है।