आगरा (उप्र)। नकली दवा की बिक्री की शिकायत पर तीन मेडिकल स्टोरों पर रेड की गई। यह कार्रवाई औषधि विभाग की टीम ने फव्वारा स्थित दवा मार्केट में की। दवाओं के 12 सैंपल लिए हैं।
यह है मामला
औषधि विभाग ने गोगिया परिवार की फव्वारा स्थित तीन फर्म पर छापा मारा। यहां दवाओं की खरीद-फरोख्त के रिकॉर्ड में गड़बड़ी मिली है। जब्त की नकली दवाओं का मिलान भी किया। तीनों स्टोरों से दवाओं के 12 सैंपल लिए हैं। टीम ने मौके पर मिले रिकॉर्ड जब्त किए हैं। बीते महीनों में खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड तलब किए हैं।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि नकली दवाओं की शिकायत मिली थी। इस पर औषधि निरीक्षक दीपक कुमार, देशबंधु विमल और नवनीत यादव और कपिल शर्मा की टीमें बनाईं। टीम ने फव्वारा स्थित गोगिया मेडिकल एजेंसी, एनके इंटरप्राइजेज और राधे कृपा फार्मा पर रेड की। इनके संचालक एक ही परिवार से हैं।
दवाओं की खरीद-बिक्री के बिल और भंडारण की भी जांच की। इसमें कुछ दवाओं के भंडारण और बिक्री के रिकॉर्ड में अंतर मिला है। मामला संदिग्ध लगने पर मौके से मिले रिकॉर्ड जब्त कर लिए हैं। संचालकों से दवाओं की खरीद-बिक्री के बिल और रिकॉर्ड तलब किए हैं।
गोगिया मेडिकल एजेंसी : संचालक पंकज गोगिया मिले। इनके यहां बीते महीनों की दवाओं की खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड खंगाला। टीम ने एसिडिटी, मल्टीविटामिन और पेट रोग की दवाओं के चार सैंपल लिए।
एनके इंटरप्राइजेज : इसके संचालक कुलदीप गोगिया हैं। दवाओं की खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड मांगा। टीम ने कंप्यूटर पर भी खंगाले। खांसी-जुकाम, दर्द, सूजन और गैस की दवाओं के नमूने लिए हैं।
राधे कृपा फार्मा : ये नरेश गोगिया की फर्म है। ऑइंटमेंट का स्टॉक से मिलान नहीं होने पर बिक्री पर रोक लगाई है। त्वचा रोग की ऑइनमेंट, एंटीबायोटिक, एंटी एलर्जिक के चार नमूने लिए हैं।
मेडिसिन पॉइंट : औषधि विभाग ने बिना बिल के दवाएं बेचने की शिकायत पर जांच की थी। गड़बड़ी मिलने पर नमूने लेकर दवाओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाई थी। इसका संचालक कपिल गोगिया भी इसी परिवार से है।