भिवाड़ी पुलिस की डीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाही करते हुए नशीली दवाइयों की तस्करी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास 358 नशीली दवाओं की शीशी बरामद हुई है। साथ ही इन नशीली दवाइयों की तस्करी में काम में आने वाली एक हुंडई कार को भी जब्त किया है।
हरियाणा से नशीली दवाइयों की सप्लाई
जांच में सामने आया कि आरोपी हरियाणा से लाकर चौपानकी ईलाके में नशीली दवाई ONEREX COUGH SYRUP की सप्लाई करते थे। डीएसटी प्रभारी दारासिंह ने बताया कि डीएसटी टीम के साथ औद्योगिक क्षेत्र चौपानकी में गश्त की जा रही थी। इस दौरान जोडिया मेव कट के सामने एक कार संदिग्ध हालत में खड़ी दिखाई दी। इसके आसपास दो लोग घूम रहे थे। पुलिस को देख कर दोनों व्यक्ति आनन फानन में ही गाड़ी में बैठकर जाने लगे। पुलिस को इन दोनों पर जब शक हुआ तो उन्होंने इन्हें पकड़ लिया। दोनों आरोपियों में एक ने पुलिस को अपना नाम जोड़ियां मेव का रहने वाला जैकमदीन पुत्र कारीगर और दूसरे ने अपना नाम ढिढारा तावडू का रहने वाला शौकीन पुत्र शेर मोहम्मद होना बताया। शक होने पर पुलिस ने जब गाड़ी को चेक किया तो गाडी की डिग्गी में एक प्लास्टिक के बोरे के अन्दर ONEREX COUGH SYRUP 100ML वाली दवाइयों की भरी हुई कुल 358 शीशी मिलीं। जिनकी जांच के लिए मौके पर ही औषधि नियन्त्रण अधिकारी को अलवर से बुलाया गया।
इन दवाओं को बिना लाइसेंस बेचना अपराध
औषधि नियन्त्रक अधिकारी विष्णु कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी जैकमदीन और शौकीन के कब्जे में मिली शीशी की जांच की गई ये दवाइयां प्रतिबंधित है। अपनी जांच रिपोर्ट में उन्होंने बताया की प्रत्येक शीशी में कोडीन फोस्फेट नार कोटिक घटक मौजूद है, जो कि NDPS CATEGORY में आता है। जिसका दुरूपयोग नशे के रूप में किये जाने की सम्भावना रहती है। इन दवाइयों को बिना लाइसेंस रखना या बेचना NDPS ACT के तहत दण्डनीय अपराध है।
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