जयपुर (राजस्थान)। 42 दवाइयां गुणवत्ता जांच में अमानक मिलने पर बैन कर दी गई हैं। इन दवाओं से संबंधित 32 कंपनियों को भी ब्लैकलिस्ट किया गया है। यह कार्रवाई राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरएमएससीएल) ने की।
यह है मामला
आरएमएससीएल ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता तय करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। निगम ने जांच में अमानक मिली 42 दवाओं की सपलाई पर रोक लगाते हुए संबंधित कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने बताया कि दवाओं की गुणवत्ता और समय पर सप्लाई सुनिश्चित करना निगम की प्राथमिकता है। इस दिशा में 32 फर्मों को एक वर्ष, 8 फर्मों को दो वर्ष, और 2 फर्मों को तीन वर्ष तक टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने से प्रतिबंधित किया है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक आपूति की दवा के हर बैच की गुणवत्ता की जांच लैब में की जाती है। जांच में उत्तीर्ण दवाओं को ही अस्पतालों में वितरित किया जाता है। प्रारंभिक जांच में अमानक पाई गई इन दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है।