रेवाड़ी (हरियाणा)। शहर के एक बीएएमएस डॉक्टर को नशीला इंजेक्शन बेचते रंगे हाथों पकड़ा गया है। खास बात ये है कि मात्र 5.90 रुपए कीमत का ये इंजेक्शन 7 हजार रुपए में बेचा जा रहा था। शिकायत मिलने पर सीआईए रेवाड़ी पुलिस और ड्रग कंट्रोलर की टीम ने आरोपी डॉक्टर राजेश वर्मा को उनके झज्जर रोड फ्लाईओवर के पास वर्मा अस्पताल से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मौके पर 24 इंजेक्शन भी जब्त हुए हैं। आरोपी के खिलाफ शहर थाना में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। जानकारी अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर फ्लाईओवर के पास वर्मा अस्पताल का बीएएमएस डॉक्टर नशे के इंजेक्शन बेचता है। सूचना के आधार पर सीआईए रेवाड़ी इंचार्ज विद्या सागर, एएसआई रजनीश, प्रधान सिपाही योगेश व सिपाही रमेश व ड्रग अधिकारी अमनदीप चौहान की टीम ने उक्त अस्पताल पर छापेमारी की योजना तैयार की। इसके लिए एक बोगस ग्राहक अस्पताल में भेजा गया, जिसने डॉक्टर को 7 हजार रुपए दिए और इंजेक्शन खरीद लिया। ग्राहक जैसे ही नशे का इंजेक्शन लेकर चला, पहले से अलर्ट टीम ने मौके पर छापा मार दिया। नशे के इंजेक्शन बेचते हुए आरोपी डॉक्टर को रंगे हाथ पकड़ लिया तथा उससे इंजेक्शन के बदले ली गई राशि भी बरामद की। पुलिस ने मौके से नशे के 24 इंजेक्शन बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान स्टॉक रजिस्टर व अस्पताल चलाने का लाइसेंस मांगा, लेकिन आरोपी डॉक्टर इन्हें उपलब्ध नहीं करा सका। रेड के दौरान पाए गए इंजेक्शन की जांच की गई तो वह सभी नशे के मिले हैं, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत आते हैं। आरोपी डॉक्टर राजेश वर्मा पर शहर थाना में धारा 22बी/61, 85 एनडीपीएस एक्ट तथा 18सी ड्रग्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। सीआईए प्रभारी विद्या सागर के अनुसार डॉक्टर ने पूछताछ में बताया कि ये इंजेक्शन वह दिल्ली से मंगाता था। ये दैनिक यात्री से उसने सेटिंग की हुई थी, जो कि वहां से सप्लाई लाकर यहां तक पहुंचाता था। यदि जिले में और भी कहीं इस तरह की संलिप्तता मिली तो कार्रवाई की जाएगी।