देहरादून। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा की भारी मांग के चलते राज्य सरकार में 60 दवा निर्माता कंपनियों को यह दवा बनाने की मंजूरी दे दी है ।
औषधि नियंत्रक की ओर से सभी कंपनियों को हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा बनाने की मंजूरी दे दी गई है। सरकार व स्वस्थ विभाग के इस फैसले से जहां हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन की किल्लत को दूर किया जा सकेगा, वहीं अमेरिका, स्पेन, ब्राज़ील, समेत कई देशों को भी दवा की आपूर्ति की जा सकेगी। बता दें कि कोरोना वायरस बीमारी से निपटने को लेकर मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा की मांग तेजी से बढ़ी है। अमेरिका, स्पेन, ब्राजील, इटली, जैसे देशों में इस दवा की मांग की जा रही है। वैसे तो भारत में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है लेकिन जिस तरीके से कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है उसे देखते हुए पिछले दिनों केंद्र सरकार ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी । हालांकि अब सरकार ने इसे नए सिरे से खोल दिया है। देश-दुनिया में दवा की भारी मांग को देखते हुए उत्तराखंड औषधि नियंत्रक ने हरिद्वार ,काशीपुर, रुद्रपुर , समेत राज्य के कई इलाकों में संचालित 60 दवा निर्माता कंपनियों को यह दवा बनाने की मंजूरी दे दी है। ड्रग कंट्रोलर ताजवर सिंह का कहना है कि मंजूरी मिलने के साथ ही अब ना सिर्फ हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा के निर्माण में तेजी आएगी वहीं इसकी भारी कमी को भी तत्काल दूर किया जा सकेगा। बता दें कि जबसे कोरोना वायरस फैला है तभी से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा की मांग तेजी से बढ़ रही है।