नई दिल्ली। ब्लड प्रेशर और शुगर समेत 62 दवाइयां सस्ती होने जा रही हैं। इसकी घोषणा राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने की है। कुछ दवाओं और फॉर्मूलेशन के साथ ही घुटना बदलने से जुड़े इम्प्लांट को प्राइस कंट्रोल के दायरे में लाने का फैसला किया गया है। अब इसकी अधिकतम कीमत 50 पैसे तय की है।
केंद्र सरकार का कहना है कि बीपी यानि ब्लड प्रेशर और शुगर्स सहित कई बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के 62 फॉर्मूलेशन को प्राइस कंट्रोल के दायरे में लिया है।
घुटने के इम्प्लांट से लेकर टिबियल ट्रे तक 15 तरह के इम्प्लांट की कीमतों को कंट्रोल करने का फैसला लिया है। मौजूदा समय में इनकी कीमत 5000 से 12000 रुपये तक है। एनपीपीए ने बताया कि इन 62 फॉर्मूलेशन में से एक आइबूप्रोफेन और पेरासिटामोल है जिसकी एक एमएल यूनिट का रिटेल प्राइस अधिकतम 50 पैसे तय किया है। वहीं, मलेरिया के रोग में काम आने वाली दवा क्लोरोक्वीन की कीमत तय की है।
अब इसकी प्रति गोली कीमत में मामूली बढ़त होगी। सिरदर्द, चक्कर आना, हाथ-पैर ठंडे, हार्ट बीट कम होना, हाथ-पैर का सुन्न होना और कमजोरी में इस्तेमाल होने वाले बिसोप्रोलोल फ्यूमरेट और टेल्मिसर्टन के फॉर्मूलेशन वाली दवा के दाम 11.21 रुपये तय किए हैं।