Johnson : अमेरिका की जानी-मानी मशहूर फार्मास्युटिकल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson) लंबे वक्त से मुश्किलों का सामना कर रही है। कंज्यूमर सेफ्टी केस की वजह से कंपनी ने जहां अपने बेस्ड बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर दी थी। वहीं सालों पहले कंपनी पर हजारों महिलाओं ने बच्चेदानी का कैंसर होने के आरोप में केस किया था। जिसके मुकदमे को हल करने के लिए कंपनी की ओर से बड़ी राशि का मुआवजा देने की बात कही गई है।
कंपनी (Johnson) ने 890 करोड़ अमेरिकी डॉलर के समझौते की पेशकश की
2020 में जॉनसन एंड जॉनसन ने अमेरिका और कनाड़ा में अपने बेबी पाउडर की ब्रिकी नहीं करने की घोषणा की थी। कंपनी का कहना था कि वहां कंपनी के खिलाफ कई सारे केस दर्ज हो जाने के कारण गलत जानकारियां फैलने लगीं कि जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर सुरक्षित नहीं है। इसके बाद से बेबी पाउडर की बिक्री में कमी आने लगी। सालों बाद अपने पुराने मुकदमे को खत्म करने के लिए जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से 890 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 73,086 करोड़ रुपये) के समझौते की पेशकश की गई है।
कैंसर पीड़ित लोगों को मुआवजा देगी कंपनी
खबर है कि जिन लोगों को टैल्कम पाउडर प्रोडेक्ट से कैंसर हो गया है उन पीड़ितों को कंपनी की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन अपनी सहायक कंपनी LTL Management LLC के ज़रिये अगले 25 सालों में हज़ारों दावेदारों को 890 करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेगी। कंपनी का कहना है कि टैल्कम पाउडर पूरी तरह से सेफ लेकिन इसके बावजूद जो आरोपों लगाए हैं उसके लिए कंपनी को इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से हल करना उचित है। इसलिए कंपनी की ओर से मुआवजा देने की बात कही गई है।
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हज़ारों ग्राहकों ने जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी पर केस किया था कि इस पाउडर के इस्तेमाल से कैंसर होता है पाउडर में एस्बेस्टस है।