कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश दुनिया के लोगो को काफी सटी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो वही दूसरी तरफ केरल में कोविड फर्स्ट-लाइन ट्रीटमेंट सेंटर्स में नियुक्त करीब 900 डॉक्टरों ने अपने वेतन में कटौती को लेकर इस्तीफा दे दिया है। बतादे ये डॉक्टर उन 1,080 एमबीबीएस ग्रेजुएट्स में से हैं जो इस साल सरकारी मेडिकल कॉलेज से पास हुए थे और अस्थाई तौर पर कोविड-19 ड्यूटी के लिए नियुक्त किए गए थे। बताया जाता कि इसके लिए उन्हें 42,000 प्रति माह का वेतन तय हुआ था, मगर इसमें कटौती की गई और डॉक्टरों को 27,000 रुपए का भुगतान हुआ।
उल्लेखनीय है कि केरल में कोविड-19 के 1,140 नए मामले आने से कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 76,524 हो गई। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि 2,111 लोगों को छुट्टी मिलने के साथ ही कुल 53,653 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में राज्य में 22,512 मरीजों का उपचार चल रहा है। संक्रमण के नए मामलों में 20 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। संक्रमण से चार और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 298 हो गई है। वही केरल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन 2020-21 के अध्यक्ष डॉक्टर उस्मान हुसैन ने बताया कि सैलरी में से 8,400 रुपए सरकारी वेतन देने में आ रही चुनौती के नाम पर काट लिए गए। टीडीएस भी काटा गया और अन्य टैक्स भी काटा गया। उन्होंने कहा कि अब हमें सिर्फ 27,000 रुपए प्रतिमाह का भुगतान किया जा रहा है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।