सतना (मध्यप्रदेश)। एक फार्मासिस्ट के नाम से दो मेडिकल स्टोर चलाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जब एक के नाम पर दो ड्रग लाइसेंस बनाए जाने की गहराई से जांच की गई तो पता चला कि फार्मासिस्ट दिलीप कुमार पांडेय कई वर्षों से रक्षा फार्मा ट्रेडर्स रामपुर बघेलान को संभाल रहा है, लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर और शहर के नामी शिशु रोग विशेषज्ञ की मिलीभगत से उसी फार्मासिस्ट के नाम का ड्रग लाइसेंस ले लिया। इसकी शिकायत मिलने पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

वहीं, दूसरी ओर जैन मेडिकल के प्रोपराइटर डॉ. राकेश जैन, शिशु रोग विशेषज्ञ अपनी पहुंच का हवाला देते हुए फार्मासिस्ट पर मामला रफा-दफा करने का दबाव बना रहे हैं। इस पूरे मामले में स्वास्थ्य एवं औषधि विभाग भी संदेह के घेरे में है। आखिर विभाग ने एक फार्मासिस्ट के नाम पर दो मेडिकल स्टोर के लाइसेंस कैसे जारी कर दिए, जब कि उच्च विभाग द्वारा लगातार फार्मासिस्ट की उपस्थिति की जांच ड्रग इंस्पेक्टर के द्वारा की जाती रही है।

इस बारे में ड्रग इंस्पेक्टर राधेश्याम बट्टी का कहना है कि उन्हें इसकी शिकायत मिली है। जल्द ही मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। यदि फार्मासिस्ट या मेडिकल मालिक गलत पाया गया तो उसका लाइसेंस एवं फार्मेसी प्रमाणपत्र को कैंसिल करते हुए पुलिस में केस दर्ज कराया जाएगा।