नई दिल्ली। दिल्ली एयरपोर्ट पर प्रतिबंधित दवा की बड़ी खेप के साथ एक विदेशी नागरिक को पकड़ा गया है। सीआईएसएफ के जवानों ने आरोपी के पास से इस प्रतिबंधित दर्द निवारक दवा की 1.30 लाख गोलियां बरामद की है। बताया गया है कि जब्त की गई दवाएं आतंकियों के बीच आईएसआईएस व फाइटर ड्रग्स के नाम से प्रचलित हैं। आरोपी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। वह फर्जी टिकट के जरिए एयरपोर्ट परिसर में घुसने के आरोप में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है।
सीआईएसएफ के प्रवक्ता हेमेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी टीम के सर्विलांस और इंटेलिजेंस स्टाफ ने टर्मिनल तीन पर इस विदेशी को संदिग्ध हालात में घूमते देखा। उसे हिरासत में लेकर बैग की तलाशी ली गई तो उसके पास से 1.30 लाख दर्द की दवा की गोलियां मिली। यात्री की पहचान तुर्की निवासी इरविल हन के रूप में की गई। वह तुर्की एयरलाइंस से इस्ताबुल जाने के लिए आया था। सीआईएसएफ ने आरोपी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों के हवाले कर दिया। नारकोटिक्स विभाग के अफसरों ने बताया कि यह दर्द की दवा है और भारत में प्रतिबंधित है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर आतंकी संगठन करते हैं। उनके बीच यह दवा जिहाद, आईएसआईएस और फाइटर ड्रग्स के नाम से जाना जाता है। मिडिल ईस्ट में इस दवा की एक गोली पांच यूएस डॉलर में मिलती है। जांच में पता चला कि आरोपी को दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने 30 अप्रैल को उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब वह फर्जी टिकट के जरिए एयरपोर्ट में प्रवेश की कोशिश कर रहा था।