वाराणसी। सरकारी अस्पतालों में सुविधा नहीं होने के बाद भी दवा सप्लाई करने वाली कंपनी चिकित्सक पर दवा लेने का दबाव बना रही है। विरोध करने पर कंपनी के एक अधिकारी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के फार्मासिस्ट को धमकी दी है। दवा नहीं लेने पर खामियाजा भुगतने को तैयार रहने को कहा है। फार्मासिस्ट ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की। चिकित्सा अधीक्षक ने कंपनी अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा है लेकिन उसे प्राइवेट अस्पताल हेरिटेज संचालित करता है। अस्पताल प्रबंधन सिर्फ मानीटरिंग करता है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में दवा सप्लाई करने वाली कंपनी ने डायलिसिस की दवा भेज दी।
फार्मासिस्ट ने कंपनी अधिकारी को दवा वापस लेने को कहा तो उनका पारा गरम हो गया। कंपनी के स्थानीय अधिकारियों ने लखनऊ में बैठे अधिकारियों को सूचना दी तो वहां से फार्मासिस्ट के मोबाइल पर दवा नहीं लेने पर खामियाजा भुगतने को तैयार रहने को कहा। इसकी जानकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक मेजर बिपुल कुमार को मिली तो उन्होंने कंपनी के स्थानीय अधिकारियों को बुलाकर क्लास ली। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि धमकाने और पैरवी से कुछ नहीं होने वाला है। इस बारे में सीएमओ डा. वीबी सिंह का कहना है कि जरूरत की दवाओं को पूरा नहीं किया जा रहा है, दूसरी दवा देने का दबाव ठीक नहीं है। डायलिसिस की दवा सप्लाई की है तो उसे वापस किया जाएगा, साथ में उनका भुगतान रोका जाएगा। अगर उन्होंने फार्मासिस्ट को धमकाया है तो ठीक नहीं है। चिकित्सा अधीक्षक की रिपोर्ट शासन को अवगत कराया जाएगा। जांच में सही मिलने पर उनके ठेके को कैंसिल करने की रिपोर्ट भेजी जाएगी।