भरतपुर (राजस्थान)। आरबीएम व जनाना अस्पताल में डीडीसी काउंटर के फार्मासिस्टों द्वारा दवाओं की ऑनलाइन डिमांड व पर्चों की पोस्टिंग इंटरनेट नहीं आने की वजह से नहीं किए जाने का बहाना अब नहीं चल पाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने डीसीसी काउंटरों को इंटरनेट के डोंगल भी देने के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि आरबीएम व जनाना अस्पताल में मरीजों को पूरी दवाएं नहीं मिलती हैं। डीडीसी के फार्मासिस्ट अस्पताल के सब स्टोर से दवाएं समय पर नहीं मंगाते। ऐसे में मरीज के पर्चे में लिखी कोई दवा किसी डीडीसी काउंटर पर तो कोई किसी अन्य काउंटर पर मिलती है। मरीजों को मजबूर होकर पर्चे की फोटोकॉपी कराकर देनी पड़ती हैं। पर्चे की कार्बन कॉपी एक काउंटर पर देने के बाद दूसरे काउंटर पर पर्चे की कॉपी देने के लिए बाजार से 2 रुपए में फोटो कॉपी कराकर लानी पड़ती है, तब दवा मिलती है। हालत ये है कि डीडीसी काउंटरों पर दवा कम होने पर भी फार्मासिस्ट इंटरनेट नहीं आने का बहाना करके स्टोर से दवाएं नहीं मंगाते हैं। अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है। डीडीसी काउंटरों के कंप्यूटरों पर बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा पहले से उपलब्ध है। विकल्प के रूप में प्रत्येक डीडीसी को रिलायंस जीओ का डोंगल भी देने के आदेश किए हैं। पीएमओ डा. के.सी. बंसल ने बताया कि डीडीसी के फार्मासिस्टों की शिकायत रहती है कि बीएसएनएल का इंटरनेट नहीं आता है। इस वजह से वह ऑनलाइन दवाओं की डिमांड व पर्चे चढ़ाने का कार्य नहीं कर पाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए प्रत्येक डीडीसी को एक-एक डोंगल देने के आदेश कर दिए हैं।