यमुनानगर। सीआईए टू की टीम ने स्पास्मो प्रोक्सिवन प्लस कैप्सूल के साथ हरियाणा के साथ लगते यूपी के गांव ढीका निवासी रिहान को काबू किया है। उसके पास से 4,896 कैप्सूल बरामद किए हैं। जानकारी अनुसार सीआईए-टू इंचार्ज श्रीभगवान यादव ने बताया कि टीम को सूचना थी कि प्यारा चौक पर अवैध हथियार के साथ युवक घूम रहा है। नाकाबंदी के दौरान बाइक सवार को रोका गया। बाइक पर बंधे थैले की जांच की तो उसमें दवाइयां मिली। इस पर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर प्रवीण चौधरी को बुलाया गया। जांच में पता चला कि ये कैप्सूल बिना डॉक्टर की पर्ची और बिना लाइसेंस के नहीं बेचे जा सकते। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह यूपी से ये कैप्सूल लेकर आता है। उसने साढौरा एरिया में कई ग्राहक बनाए हुए हैं। वहीं पर वह सप्लाई करता है। करीब एक साल से वह साढौरा एरिया में कैप्सूल सप्लाई कर रहा है। बताया जा रहा है कि साढौरा एरिया में कई मेडिकल स्टोर संचालक उससे ये कैप्सूल लेते थे और फिर नशा करने वालों को बेचते थे। स्पास्मो प्रोक्सीवॉन कैप्सूल में डेक्स्ट्रामार्फेन नाम की दवा से नशा होता था। पेट दर्द से लोगों को तत्काल राहत देने के लिए यह दवा मिलाई जाती थी। इसकी शिकायत के बाद सरकार के हस्तक्षेप पर स्पास्मो प्रोक्सिवन का फॉर्मूला बदल दिया गया। डेक्स्ट्रामार्फेन को हटाकर ट्रामाडोल, डाइसाइक्लोमिन और एसिटामिनोफेन के फार्मूले के साथ स्पास्मो प्रोक्सिवन प्लस नाम से दवा लांच की गई थी। फार्मूला चेंज होने के बाद भी इसका असर कहीं नजर नहीं आया। अभी भी इस कैप्सूल को नशे में लोग इस्तेमाल करते हैं। यह कैप्सूल ‘नीला बादाम’ के नाम से फेमस है।