अहमदाबाद। अहमदाबाद स्थित फार्मा कंपनी हेस्टर बायोसाइंस ने निर्णय लिया है कि गुटका, खैनी, सिगरेट सहित अन्य व्यसन करने वालों को वह नौकरी पर नहीं रखेगी। कंपनी का कहना है कि यदि आप नौकरी चाहते हैं तो नशा छोड़ दें। इस अनोखे नियम के चलते ये कंपनी आजकल चर्चा में है। शेयर बाजार में लिस्टेट ये कंपनी जानवरों के लिए टीके बनाती है और देश में सप्लाई के साथ ही विदेश में निर्यात भी करती है। हेस्टर बायोसाइंस कंपनी के संस्थापक और सीईओ राजीव गांधी ने कहा कि हमने अपनी कंपनी में एक नियम बनाया है कि अगर कोई नशा करता है, तो वे उन्हें नौकरी पर नहीं रखते हैं। हमारी कंपनी तम्बाकू मुक्त कंपनी है। इस कंपनी के संयंत्र में 400 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं, और यदि प्रधान कार्यालय के कर्मचारियों को जोड़ा जाए, तो 500 कर्मचारी होंगे। इनमें से एक भी कर्मचारी खैनी, गुटका आदि नहीं खाता है।
ऐसा नहीं है कि सभी कर्मचारी कंपनी में शामिल होने से पहले नशा नहीं करते थे। हालांकि कंपनी में आने के बाद उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। कंपनी के कर्मचारी भारत रावल ने बताया कि खैनी न खाने से मेरा पैसा बच जाता है और बच्चों पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है। एक अन्य कर्मचारी राजेश ने बताया कि नशा छोडऩे के बाद लोग सम्मानपूर्वक देखते हैं और इस वजह से पैसे भी बचे। अगर पूरा देश इस मुहीम में लगे तो फिर देश को स्वस्थ होने से कोई नहीं रोक सकता।