हमीरपुर। परिवार सीमित करने के साधनों में गर्भनिरोधक इंजेक्शन काफी लोकप्रिय हो रहा है। एक साल में जिले के लक्ष्य को छूते हुए 96 फीसदी महिलाओं ने अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन को अपनाया है। लाभार्थी महिलाएं इंजेक्शन के नतीजों से भी खुश हंै। दूसरी तरफ छाया टेबलेट भी परिवार सीमित करने के साधनों में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। बता दें कि गर्भनिरोधक के पुराने साधनों से अलग गत वर्ष अंतरा इंजेक्शन और छाया टेबलेट को लांच किया गया था। इसके बाद इन दोनों साधनों ने महिलाओं के बीच अपनी जगह बनानी शुरू कर दी। इनके नतीजे भी अच्छे आए, जिससे महिला लाभार्थी खुश हंै। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ डॉ. रवि प्रजापति का कहना है कि वर्ष 2018-19 में 1295 अंतरा इंजेक्शन का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष में मार्च 2019 तक 1247 महिलाओं ने इस इंजेक्शन को अपनाया है, जोकि लक्ष्य का 96 प्रतिशत है। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हमीरपुर और राठ में भी इस अंतरा-छाया को पिछले माह ही लांच किया गया है, जिसके बाद इन दोनों नगर क्षेत्रीय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से भी अच्छे नतीजे आ रहे हैं। अंतरा इंजेक्शन के मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौदहा जनपद में अव्वल है। यहां एक साल में 207 महिलाओं ने इस इंजेक्शन को लगवाया है, जबकि मुस्करा सीएचसी में 191 महिलाओं ने इस इंजेक्शन को अपनाया है। जिला महिला अस्पताल में 496 महिलाएं रजिस्टर्ड है। जनपद में छाया टेबलेट लेने वाली महिलाओं की संख्या 11483 है। प्रजापति ने बताया कि अंतरा-छाया के लिए 88 एएनएम, 14 एमबीबीएस डॉक्टर और 8 आयुष डॉक्टरों को ट्रेंड किया गया है।