सिरसा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच कराने वाला गिरोह पकड़ा है। हालांकि गिरोह का मुखिया मनमोहन व दलाल अभी पकड़ में नहीं आए हैं। इस मामले में डिप्टी सीएमओ की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
सिरसा स्वास्थ्य विभाग की टीम एक आशा वर्कर को फर्जी ग्राहक बनाकर अपने साथ लुधियाना ले गई थी। लेकिन गिरोह के लोग महिला ग्राहक को अपनी कार में बैठाकर तेजी से किसी अज्ञात जगह पर ले गए और लिंग जांच करने के बाद उसे बस अड्डे के पास छोड़ गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका पीछा नहीं कर पाई, जिससे गिरोह को पकड़ा नहीं जा सका। स्वास्थ्य विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि पंजाब में सक्रिय लिंग जांच गिरोह हरियाणा के सिरसा जिले में गर्भवती महिलाओं को अपने जाल में फांस कर लिंग जांच करवाता है। गिरोह में शामिल महिला दलाल पंजाब के बरनाला में रहती है, जिसका नाम मनजीत कौर है। सूचना के आधार पर डिप्टी सीएमओ डॉ. बुधराम के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इस टीम में फर्जी ग्राहक के तौर पर एक आशा वर्कर की मदद ली गई। आशा वर्कर को फर्जी ग्राहक बनाकर मनजीत कौर के पास भेजा गया। लिंग जांच की एवज में मनजीत कौर ने 30 हजार रुपये मांगे। डील पक्की होने पर मनजीत कौर ने आशा वर्कर को लुधियाना बुलाया। स्वास्थ्य विभाग की टीम आशा वर्कर को साथ लेकर लुधियाना पहुंच गई। आशा वर्कर ने मनजीत कौर को फोन करके अपने आने की सूचना दी। कुछ ही देर बाद एक कार उसके पास आई। जिसमें मनजीत कौर सहित तीन लोग सवार थे। तीनों आशा वर्कर को कार में बैठाकर रवाना हो गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार का पीछा शुरू कर दिया, लेकिन रास्ते में एक चौक आने के बाद कार किस दिशा में मुड़ गई, ये टीम नहीं देख पाई पर टीम ने कार का नंबर नोट कर लिया था।